क्या था उस आत्मा का रहस्य जो तीन दोस्तो की जान की प्यासी बन गयी थी और कैसे मिला उस आत्मा से छुटकारा पढ़िए डर से भरपूर मजेदार कहानी

किरदार
1. रोहन - उम्र 25 साल
2. सुरेश - उम्र 26 साल
3. लड़की  -  एक आत्मा


दृश्य - 1 / रोहन और सोहन अपनी गाड़ी से जंगल सफारी पर / गाड़ी में धीमा धीमा गाना बज रहा है / सूरज छिपने वाला है / घना जंगल /  चारो तरफ घने पड़े / 
रोहन 
" सुरेश गाड़ी रोक यार , काफी देर हो गयी चलते चलते "
सुरेश
" घर भी पहुँचना है । रात होने वाली है "
रोहन 
" यार घर ही तो जाना है ..... मुझे प्यास लग रही है ओर जो पानी लेकर आये थे वो सारे खत्म हो चुका है ।"
सुरेश( आश्चर्य से रोहन की तरफ देखते हुए)
" तेरे लिए यहां कौन पानी लिए बैठा है और इस घने जंगल मे तू पानी कहाँ ढूंढेगा"
सुरेश ने गाड़ी को जंगल से बाहर जाने वाली पगडण्डी के साइड में गाड़ी रोक दी । और दोनों दोस्त पानी की तलाश में जंगल के अंदर चले गए । कुछ दूर चलते ही उन्हें एक घर दिखाई देता है ।
रोहन
" वो देख एक घर है वहाँ पर ..... मैंने कहा था ना कि हम पानी ढूंढ लेंगे" 
सुरेश आश्चर्य से देखते हुए
" इस घने जंगल मे कौन रहता होगा यार ..... मेरी मान अपन इस घर मे नही चलते है कहि और पानी ढूंढते है "
रोहन( सुरेश की तरफ अजीब सा मुँह बना कर)
" तू तो हमेशा से फट्टू है "

दृश्य - 2 / जंगल मे एक घर के अंदर का दृश्य

और दोनों दोस्त उस घर तक पहुंच कर उसके दरवाजे पर दस्तक देते है । दरवाजे पर दस्तक देते ही दरवाजा एक सुंदर सी लड़की खोलती है । मानो वह पहले से ही जानती हो कि वे आने वाले है ।
रोहन( लड़की की खूबसूरती को घूरते हुए)
" हमे प्यास लगी है ...... क्या थोड़ा सा पानी मिलेगा ?"
लड़की 
" क्यो नही ..... अंदर आजाओ ...... आप फ्रेश भी हो सकते है अंदर आकर"
दोनों दोस्त लड़की के पीछे पीछे अंदर चले जाते है ।
लड़की
" वाशरूम बायीं तरफ है"
सुरेश
" जी ..... थैंक यू"
 और सुरेश बाथरूम की तरफ चला जाता है । रोहन हॉल में एक कुर्सी पर बैठ जाता है । लड़की पानी ले आती है और रोहन पानी पी लेता है । 

सुरेश भी टॉयलेट में जाकर फ्रेश हो लेता है और जब वह वापस हाल की तरफ आरहा था तभी उसकी नजर बाथटब पर पड़ी । जिसे देखकर वह पूरा पसीने में भीग जाता है क्योकि उस बाथटब में उसी लड़की की लाश पड़ी थी । जिसने दरवाजा खोला था अभी अभी । सुरेश दौड़ता हुआ हाल में रोहन के पास आता है । लड़की वहां नही थी वह किचन में कुछ बना रही थी ।
रोहन ( आश्चर्य से फुसफुसाते हुए )
" क्या हुआ.... ऐसे घबराए हुए क्यो हो तुम "
सुरेश ( पशीने से लथपथ , सांसे उखड़ी हुई लड़खड़ाते हुए)
" च...ल यहां से...... वो ...... बाथ.......रूम में...... एक लाश पड़ी है इसी लड़की की"
रोहन ( आश्चर्य से देखते हुए)
" व्हाट .... क्या बकवास कर रहे हो तुम यार"

दृश्य - 3 / घना जंगल
सुरेश बिना कुछ कहे ही रोहन का हाथ पकड़ कर घर से बाहर की तरफ दौड़ पड़ता है और गाड़ी तक पहुंचते ही तेजी से बैठ कर गाड़ी स्टार्ट कर देता है ।
रोहन( परेशान होते हुए , गाड़ी में बैठते हुए पूछता है)
" तुझे हो क्या गया है सुरेश ..... तुझे जरूर कुछ गलतफहमी हुई होगी"
सुरेश बिना कोई जवाब दिए गाड़ी को दौड़ा देता है और कुछ दूर चलते ही अचानक से ब्रेक लगा देता है । जिससे रोहन गाड़ी के सीसे से टकरा जाता है और चिल्लाते हुए बोलता है ।
रोहन 
" पागल हो गया है क्या तू ...... गाड़ी तो सही से चला ले और अब रोक क्यो दी इसे"
सुरेश ( सामने की तरफ एकटक देखते हुए परेशान हो जाता है)
" खुद ही देख ले मुझे तो गलतफहमी थी ना "
जैसे ही रोहन सामने देखता है तो वही लड़की उनकी गाड़ी के सामने से उनकी तरफ आते हुए दिखाई देती है । अब उसके बाल बिखरे हुए थे , आंखे एक दम लाल थी जैसे किसी ने अंगारे लगा रखे हो । हाथों के नाखून बेतरतीब बढ़े हुए थे और कपड़े भी एक दम मैले जैसे कई महीनों से ना तो कपड़े धोए हो और ना ही नहाया हो ।
रोहन ( चीखते हुए)
" गाड़ी को भगा सुरेश और बिल्कुल भी मत रोकना"
सुरेश गाड़ी को पूरी स्पीड से दौड़ा देता है और वे उस लड़की की आत्मा को पार करते हुए जंगल से बाहर निकल आते है ।
दृश्य - 3/ शहर मे बीचों बीच एक फ्लैट / जहाँ दोनों दोस्त रहते है । / लगभग आधी रात का समय / दोनों सो रहे थे / अचानक से किसी ने हवा में ऊंचा उठा कर रोहन को पलंग से नीचे गिरा दिया । जिससे हुई आवाज से पास में सो रहे सुरेश की नींद खुल जाती । कमरे का नजारा देखते ही उसका पूरा बदन पसीने से भीग जाता है , क्योकि वहां ओर कोई नही वही जंगल वाली लड़की की आत्मा उसी रूप में थी । वह हाथ मे चाकू लिए रोहन की तरफ जैसे ही बढ़ती है सुरेश तेजी से रोहन को बचाने के लिए दौड़ता है । लेकिन उस आत्मा ने सुरेश का गला पकड़ कर हवा में लटका दिया ।
सुरेश गला छुड़ाने के लिए छटपटाने लगा । 
रोहन( जमीन से मुश्किल से उठते हुए आत्मा की तरफ दौड़ता है)
" छोड़ दे मेरे दोस्त को"
और उसे एक तरफ गिरा देता जिससे उस आत्मा की गिरफ्त से सुरेश छूट जाता है और अचानक से वह आत्मा भी वहां से गयाब हो जाती है । ऊंचाई से गिरने के कारण रोहन को काफी चोट लगी थी और उसके सिर से खून भी बह रहा था। सुरेश मुश्किल से सांस ले पा रहा था। 
दोनों ने किसी प्रकार रात गुजारी और सुबह होते ही एक पंडित के पास पहुंचे ।और सारी बात विस्तार से बताई

दृश्य - 4 / पंडित का घर / 
पंडित( पञ्चाङ्ग देखते हुए)
" वह आत्मा तुम्हारा तब तक पीछा नही छोड़ेगी जब तक तुम वापस जाकर उस लाश का अंतिम संस्कार नही कर देते "

दृश्य - 5 / उसी घने जंगल में दोनों दोस्त उसी गाड़ी से पहुंचते है / वही घर
जैसे ही रोहन और सुरेश घर को जलाने के लिए उसकी तरफ बढ़ते है उस लड़की की आत्मा फिर सामने आ जाती है और दोनों को हवा में दूर उछाल देती ।
आत्मा( हवा में उड़ते हुए चिल्लाती है)
" मैं तुम दोनों को जिंदा नही छोडूंगी । तुम्हे मरना ही होगा । तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे घर को जलाने की"
सुरेश ( दर्द से करहाते हुए रोहन की तरफ धीरे से फुसफुसाता है)
" तूम इसका ध्यान भटकाओ तब तक मैं जाकर घर को आग लगा देता हूँ "
रोहन
" ठीक है"
और रोहन जंगल से बाहर जी तरफ दौड़ पड़ता है और आत्मा भी उसके पीछे पीछे हवा में उड़ने लगती है । तभी सुरेश ने मौका देखकर उस घर को आग लगा दी । आग लगते ही लड़की की आत्मा चीखने लगती और जंगल मे एक डरावना शोर गूंजने लगता है ।
दोनों दोस्त खून से लथपथ वापस शहर की तरफ चल देते है ।


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